Naveen Kumar
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Naveen Kumar
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Audiographer
अगर मच्छर मारने के लिये ख़ुद के कान के नीचे भी लगाना पड़े तो लगा देना चाहिये।
December 10, 2025 at 9:45 PM
December 10, 2025 at 8:57 PM
Kya dry fruits ko bhiga ke khane par wo wet fruit ban jata hai?
December 10, 2025 at 8:38 PM
मेरे ज़्यादातर मित्र, रिश्तेदार और जानने वाले भाजपाई हैं। सिर्फ़ मैं ही नहीं हूँ। 😎
December 9, 2025 at 8:42 PM
अगर तुम मुझे चाहते हो तो मैं जैसा भी हूँ, मुझे स्वीकार करो- फ़ेडेरिको फ़ेल्लिनी
December 9, 2025 at 8:34 PM
मेरा अम्बेडकरवाद के ऊपर से भरोसा उठ रहा है। अम्बेडकरवाद में बातें बड़ी - बड़ी हैं और काम ढेले भर का नहीं है। अम्बेडकरवादी लोग सिर्फ़ भक्तों की फ़ौज तैयार कर रहे हैं ना की सम्यक् नागरिक।
December 9, 2025 at 8:04 PM
धर्म एक ऐसा व्यापार है जिसमें सिर्फ़ धन का मुनाफ़ा नहीं होता है। कभी कभी धर्म के व्यापारी आपसे आपका समय, जीवन, विचार और घर - बार भी ले लेते हैं। धर्म के व्यापारियों से बच के रहें।
December 9, 2025 at 8:01 PM
ये भारत के चार प्रमुख बौद्ध तीर्थ हैं। दुनिया में बौद्ध धर्म यहीं से फैला था। गौर करने लायक बात यह है की आज सबसे पिछड़ा इलाक़ा भी यही है। यहाँ ना खाने को है और ना कोई व्यापार। हम बौद्ध धर्म के नाम पर जुआ नहीं खेल सकते हैं। सब धर्म बेकार हैं। नास्तिक बनो, वैज्ञानिक बनो।
December 9, 2025 at 7:21 PM
यह कैसा अम्बेडकरवाद और संविधानवाद है जहाँ मुख्य न्यायधीश पर जूता फेंकने वाले के ऊपर जुते से हमला हो रहा है? अम्बेडकर और संविधान का दुरुपयोग बंद होना चाहिये।
December 9, 2025 at 7:09 PM
ये लोग अम्बेडकर को श्रद्धांजली देने आए थें और खाने की प्लेट, पानी की ख़ाली बोतलें, जूठन, प्लास्टिक और कपड़े के बने झंडे और अन्य तरह का कचरा छोड़ कर चले गयें।
December 9, 2025 at 7:04 PM
मुंबई नगर निगम ने विश्व हिंदू परिषद (विहिप) को सायन में 2 एकड़ खाली BMC प्लाट को केवल ₹10,000 यानी लगभग ₹848 प्रति माह के वार्षिक किराए पर पट्टे को मंजूरी दी है। एग्रीमेंट 30 साल के लिए हुआ है। क्या तैयारी चल रही है सब लोग जान जाइए। अच्छे दिन आने वाले हैं। सत्ता में कितनी शक्ति होती है इस बात से यह भी पता चलता है। जल्दी ही मुंबई बदलने वाला है।
December 9, 2025 at 4:26 PM
मैं सबकी महफ़िलों में जाता हूँ। मैं हिंदुओं की महफ़िलों में भी गया हूँ और ख़ुद को हिंदू ना मानने वाले अम्बेडकरवादियों की महफ़िलों में भी। मुझे दोनो जगह कोई ख़ास अंतर नहीं दिखा। दोनो एक समान रूप से सड़क पर गंदगी फैलाते हैं, अंधविश्वास में लिप्त हैं, भक्त मानसिकता के हैं और स्वश्रेष्ठता की भावना से ग्रसित हैं।
December 9, 2025 at 8:29 AM
December 8, 2025 at 10:39 PM
उनके हमें छुप - छुप के देखने में ही खुश हैं,
अब हम चुप रहने में ही खुश हैं ।

"फैज़ल"
December 8, 2025 at 10:24 PM
उनके हमें छुप - छुप के देखने में ही खुश हैं
अब हम चुप रहने में ही खुश हैं

"फैज़ल"
December 8, 2025 at 10:19 PM
पागलों की दुनिया में पागल ही समझदार होते हैं - अकिरा कुरोसावा
December 8, 2025 at 10:15 PM
पुष्पा - २ भारत की पहली ऐसी फ़िल्म है जिसमें हीरो भी साड़ी पहन कर नाच रहा है और हिरोइन भी और कितनी भारतीयता चाहिये।
December 8, 2025 at 10:13 PM
Camera is just a machine. What you see through camera is a magic.

“Faizal”
December 8, 2025 at 10:12 PM
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December 8, 2025 at 8:29 PM
Dadar Railway Station, Mumbai as seen in the future developed India.
December 8, 2025 at 4:55 PM
नैनो केला प्रो की सहायता से फोटो का संपादन किया। इस तकनीकी ने लोगों की भीड़ को फोटो में से हटा दिया। यह एक चमत्कार है। 🍌
December 8, 2025 at 4:42 PM
यह बात जानते हुए कि भारत में बौद्ध धर्म पूर्ण रूप से ब्राह्मण लोगों के क़ब्ज़े में है अंबेडकर ने बौद्ध धर्म क्यों ग्रहण किया ये समझ से परे है।
December 8, 2025 at 11:05 AM
बहुत ही जल्दी अम्बेडकर को विष्णु का बारहवाँ अवतार घोषित कर दिया जायेगा।
December 8, 2025 at 8:34 AM
मैं अम्बेडकर को मानता हूँ लेकिन मैं अम्बेडकर को भगवान नहीं मानता हूँ।
December 8, 2025 at 8:32 AM
आप कबीर और रविदास को देखिये। उन्होंने कभी बौद्ध धम्म की दीक्षा नहीं ली। उन्होंने कभी गेरुआ वस्त्र नहीं पहना। कबीर जुलाहा थें और रविदास चमड़े के व्यापारी। दोनो अपना काम करते रहें और समाज में व्याप्त कुरीतियों के ख़िलाफ़ अपनी आवाज़ उठाते रहें। समाज बदलने के लिये बौद्ध बनना आवश्यक नहीं है।
December 8, 2025 at 8:22 AM