#कोनसा_है_मोक्ष_स्थान
जंहा शंखों लहर मेहर की उपजै, कहर जंहा ना कोई l
दास गरीब अचल अविनाशी, सुख का सागर सोई ll☀️
जंहा शंखों लहर मेहर की उपजै, कहर जंहा ना कोई l
दास गरीब अचल अविनाशी, सुख का सागर सोई ll☀️
July 2, 2024 at 10:03 PM
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