#संप्रदाय
#सन1513_में_काशीभंडारा
दिव्य धर्म यज्ञ दिवस
खुल्या भंडारा गैबका, बिन चिटठी बिन नाम।
गरीबदास मुक्ता तुलैं, धन्य केशौ बलि जांव।।
परमेश्वर कबीर बंदीछोड़ जी ने काशी शहर में 3 दिन तक सभी संप्रदाय के 18 लाख लोगों को, बिना कोई चिठ्ठी - बिना कोई नाम भंडारा करवाया था। वैसे ही आज बंदीछोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी द्वारा सभी लोगों के लिए 3 दिन तक भंडारे का आयोजन करवाया जा रहा है।
Divya Dharma Yagya Diwas
November 14, 2024 at 10:06 AM Everybody can reply
दण्डी सन्यासी का क्या अर्थ है? (What is the meaning of Dandi Sanyasi?)

डंडा का अर्थ संस्कृत में छड़ी या बेंत होता है और इस छड़ी को रखने वाले सन्यासी को दंडी सन्यासी कहा जाता है। देश में संतों के एक महत्वपूर्ण संप्रदाय दंडी सन्यासियों का दावा है कि शंकराचार्य उन्हीं में से चुने गए हैं। दंडी सन्यासी…
दण्डी सन्यासी का क्या अर्थ है? (What is the meaning of Dandi Sanyasi?)
डंडा का अर्थ संस्कृत में छड़ी या बेंत होता है और इस छड़ी को रखने वाले सन्यासी को दंडी सन्यासी कहा जाता है। देश में संतों के एक महत्वपूर्ण संप्रदाय दंडी सन्यासियों का दावा है कि शंकराचार्य उन्हीं में से चुने गए हैं। दंडी सन्यासी बनने के इच्छुक साधुओं को अपनी तह में स्वीकार किए जाने से पहले कई बाधाओं को पार करना पड़ता है। दंडी स्वामी उसे कहते हैं जिसके हाथ में एक दण्ड रहे।कैसे बनते हैं दंडी सन्यासी
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November 16, 2024 at 10:49 AM Everybody can reply
नर नारायण देव गादी क्या है? (What is Nar Narayan Dev Gadi?)

नरनारायण देव गादी, जिसका नाम नरनारायण देव के नाम पर रखा गया है, उन दो गादियों (सीटों) में से एक है जो मिलकर स्वामीनारायण संप्रदाय का निर्माण करती हैं।नर नारायण देव गादी के प्रवर्तक? भगवान स्वामीनारायण ने अपनी मृत्यु से पहले, क्रमशः वडताल…
नर नारायण देव गादी क्या है? (What is Nar Narayan Dev Gadi?)
नरनारायण देव गादी, जिसका नाम नरनारायण देव के नाम पर रखा गया है, उन दो गादियों (सीटों) में से एक है जो मिलकर स्वामीनारायण संप्रदाय का निर्माण करती हैं।नर नारायण देव गादी के प्रवर्तक? भगवान स्वामीनारायण ने अपनी मृत्यु से पहले, क्रमशः वडताल और अहमदाबाद मंदिरों के आधार पर दो सूबा, लक्ष्मी नारायण देव गादी (वडताल गादी) और नर नारायण देव गादी (अहमदाबाद गादी) की स्थापना की, जैसा कि लेख में दर्ज है।
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November 16, 2024 at 4:41 AM Everybody can reply
#दिव्य_धर्म_यज्ञ_दिवस_क्या_है
खुल्या भंडारा गैबका, बिन चिट्ठी बिन नाम। गरीबदास मुक्ता तुलै, धन्य केशौ बलि जांव।।
परमेश्वर कबीर बंदीछोड़ जी ने काशी शहर में तीन दिन तक सभी संप्रदाय के 18 लाख लोगों को, बिना कोई चिठ्ठी - बिना कोई नाम भंडारा करवाया था। वैसे ही आज बंदीछोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी द्वारा सभी लोगों के लिए तीन दिन तक भंडारे का आयोजन करवाया जा रहा है।
November 11, 2024 at 12:13 PM Everybody can reply
शाक्य मुनि में जो " शक् " है, वही " शक्ति " में है, वही " शाक्त " में है, जिस " शाक्त संप्रदाय " में संत रैदास के पिता दीक्षित थे और जिस " शाक्त विधि " से छत्रपति शिवाजी का दूसरा राज्याभिषेक हुआ था.

शाक्यकुल शक्तिमान शाक्यमुनि!

डॉ॰ राजेंद्र प्रसाद सिंह
May 25, 2025 at 6:29 AM Everybody can reply
Chhattisgarh Tourism: चंपारण्य के प्रमुख पर्यटन स्थल – अनुभव करें छत्तीसगढ़ की समृद्ध संस्कृति

Chhattisgarh Tourism(चंपारण्य का इतिहास): चंपारण्य (जिसे पहले चंपाझर के नाम से जाना जाता था) एक छोटा लेकिन प्रसिद्ध गाँव है क्योंकि यह संत वल्ल्भाचार्य का जन्मस्थान है, जो वल्ल्भ संप्रदाय के संस्थापक और…
Chhattisgarh Tourism: चंपारण्य के प्रमुख पर्यटन स्थल – अनुभव करें छत्तीसगढ़ की समृद्ध संस्कृति
Chhattisgarh Tourism(चंपारण्य का इतिहास): चंपारण्य (जिसे पहले चंपाझर के नाम से जाना जाता था) एक छोटा लेकिन प्रसिद्ध गाँव है क्योंकि यह संत वल्ल्भाचार्य का जन्मस्थान है, जो वल्ल्भ संप्रदाय के संस्थापक और सुधारक हैं। इस महान संत की श्रद्धा में एक सुंदर मंदिर का निर्माण किया गया है, जिसने इस स्थान की धार्मिक पवित्रता को बढ़ाया है। चंपाकेश्वर महादेव का मंदिर भी चंपारण्य का एक और आकर्षण है, जो आपके चंपारण्य दौरे पर अवश्य देखने लायक है। इसे अब आमतौर पर एक वैष्णव पीठ (तीर्थ स्थल) माना जाता है। इसे सुदामापुरी के नाम से भी जाना जाता है। श्रावण हिंदू मास के दौरान, यह श्राइन बड़ी संख्या में भक्तों, खासकर गुजरातियों को आकर्षित करती है।
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March 3, 2025 at 4:38 AM Everybody can reply
सूरत कोर्ट का बड़ा फैसला: जैन मुनि शांतिसागरजी को रेप केस में 10 साल की सजा, 7 साल बाद मिला इंसाफ!

Gujarat News: गुजरात के सूरत जिले में सात साल पुराने दुष्कर्म मामले में एक सनसनीखेज फैसला सामने आया है। सत्र अदालत ने जैन दिगंबर संप्रदाय के मुनि शांतिसागरजी महाराज को दोषी करार देते हुए 10 साल की…
सूरत कोर्ट का बड़ा फैसला: जैन मुनि शांतिसागरजी को रेप केस में 10 साल की सजा, 7 साल बाद मिला इंसाफ!
Gujarat News: गुजरात के सूरत जिले में सात साल पुराने दुष्कर्म मामले में एक सनसनीखेज फैसला सामने आया है। सत्र अदालत ने जैन दिगंबर संप्रदाय के मुनि शांतिसागरजी महाराज को दोषी करार देते हुए 10 साल की कठोर कारावास की सजा सुनाई है। इसके साथ ही उन पर 25,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। यह मामला उस वक्त सुर्खियों में आया था, जब एक 19 साल की कॉलेज छात्रा ने मुनि पर गंभीर आरोप लगाए थे। आइए जानते हैं इस घटना की पूरी कहानी और कोर्ट के फैसले की अहम बातें।
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April 5, 2025 at 4:10 PM Everybody can reply
आखिर विट्ठलनाथजी ने तानसेन को क्‍यों कहा दो कौड़ी का गायक

कहते हैं, मुगल दरबार में अपने ऊंचे स्थान और लगातार मिलती तारीफों से तानसेन के मन में अहंकार आ गया था। उसी दौरान एक बार उनकी भेंट वल्लभ संप्रदाय के विट्ठलनाथ जी से हुई। विट्ठलनाथ जी ने तानसेन को कोई गीत सुनाने को कहा। तानसेन ने वह गीत सुनाया…
आखिर विट्ठलनाथजी ने तानसेन को क्‍यों कहा दो कौड़ी का गायक
कहते हैं, मुगल दरबार में अपने ऊंचे स्थान और लगातार मिलती तारीफों से तानसेन के मन में अहंकार आ गया था। उसी दौरान एक बार उनकी भेंट वल्लभ संप्रदाय के विट्ठलनाथ जी से हुई। विट्ठलनाथ जी ने तानसेन को कोई गीत सुनाने को कहा। तानसेन ने वह गीत सुनाया जो अकबर को बहुत पसंद था। खुश होकर विट्ठलनाथ जी ने तानसेन को एक हजार मुद्राएं और दो कौड़ियां इनाम के तौर पर दीं। विठ्ठलनाथ जी ने कहा कि दरबार के मुख्य गायक के पद को ध्यान में रखकर एक हजार मुद्राओं का इनाम और ये दौ कौड़ियां मेरी ओर से आपकी गायन कला की सच्ची कीमत।
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November 28, 2024 at 9:08 PM Everybody can reply
मामा के बुढ़ापे को देखकर भांजे ने छोड़ दी बुरी आदतें

बौद्ध धर्म के जापानी संप्रदाय जेन में एक गुरु हुए, जिनका नाम था रयोकान। एक बार गुरु रयोकान को उनकी बहन आइका ने किसी जरूरी बात पर चर्चा करने के लिए अपने घर आने का निमंत्रण दिया। गुरु रयोकान बहन के घर पहुंचे तो बहन सिर पर हाथ रखकर बैठी थीं। रयोकान…
मामा के बुढ़ापे को देखकर भांजे ने छोड़ दी बुरी आदतें
बौद्ध धर्म के जापानी संप्रदाय जेन में एक गुरु हुए, जिनका नाम था रयोकान। एक बार गुरु रयोकान को उनकी बहन आइका ने किसी जरूरी बात पर चर्चा करने के लिए अपने घर आने का निमंत्रण दिया। गुरु रयोकान बहन के घर पहुंचे तो बहन सिर पर हाथ रखकर बैठी थीं। रयोकान ने वजह पूछी तो आइका बोली, ‘अपने भांजे को कुछ समझाओ। वह कोई काम नहीं करता। पिता के धन को यूं ही मौज-मस्ती में उड़ा रहा है। आप ही उसे राह पर ला सकते हो।’
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November 30, 2024 at 7:16 PM Everybody can reply
Know Dispute Between Priest Mahant Sanctum Sanctorum Mahakal Temple, Priest Saint Clashed Sanctum Sanctorum. – Madhya Pradesh News

महाकालेश्वर मंदिर में बुधवार को एक बेहद चौंकाने वाली घटना हुई। इसमें मंदिर के गर्भगृह में पुजारी महेश शर्मा और नाथ संप्रदाय के महंत महावीर नाथ के बीच विवाद हो गया।…
Know Dispute Between Priest Mahant Sanctum Sanctorum Mahakal Temple, Priest Saint Clashed Sanctum Sanctorum. – Madhya Pradesh News
महाकालेश्वर मंदिर में बुधवार को एक बेहद चौंकाने वाली घटना हुई। इसमें मंदिर के गर्भगृह में पुजारी महेश शर्मा और नाथ संप्रदाय के महंत महावीर नाथ के बीच विवाद हो गया। विवाद ड्रेस कोड और पगड़ी उतारने को लेकर हुआ। यह विवाद इतना बढ़ गया कि अभद्र भाषा का प्रयोग होने लगा।  श्री महाकालेश्वर मंदिर में बाबा महाकाल के सामने ही बुधवार को संतों और पुजारियों के बीच विवाद हो गया। इस दौरान जमकर मारपीट हुई। शर्मनाक बात यह है कि इस दौरान अश्लील शब्दों का प्रयोग किया गया। मामले की जानकारी मिलते ही मंदिर प्रशासन समिति ने जांच करने का भरोसा दोनों पक्षों को दिया। कलेक्टर और एसपी के पास भी ये मामला पहुंचा है। अधिकारी अब दोनों पक्षों को शांत कर मामला सुलझाने में जुटे हैं।
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October 22, 2025 at 3:55 PM Everybody can reply
ISKCON (ISKCON)

ए. सी. भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद द्वारा स्थापित इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ कृष्णा कॉन्शियसनेस (ISKCON) के अनुयाई गौड़ीय वैष्णव संप्रदाय से सम्वन्धित माने जाते हैं। इस संप्रदाय के भक्त भगवान श्री कृष्ण को अपना आराध्य मानते हैं। इनके द्वारा गाये जाने वाले भजन, मंत्र एवं गीतों का कुछ…
ISKCON (ISKCON)
ए. सी. भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद द्वारा स्थापित इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ कृष्णा कॉन्शियसनेस (ISKCON) के अनुयाई गौड़ीय वैष्णव संप्रदाय से सम्वन्धित माने जाते हैं। इस संप्रदाय के भक्त भगवान श्री कृष्ण को अपना आराध्य मानते हैं। इनके द्वारा गाये जाने वाले भजन, मंत्र एवं गीतों का कुछ संग्रह यहाँ सूचीबद्ध किया गया है, सभी सनातनी परम्परा के भक्त इसका आनंद लें।
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November 14, 2024 at 8:48 AM Everybody can reply
जनगणना 2025 में जाति पर मोदी सरकार ने साधी चुप्पी, लेकिन बताना होगा संप्रदाय; जानें किस तैयारी में है मोदी सरकार

Census 2025: केंद्र सरकार ने जनगणना की तैयारी शुरू कर दी है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 2025 में जनगणना की शुरुआत होगी और 2026 में इसके आंकड़े आ जाएंगे। यह प्रक्रिया लगभग एक साल…
जनगणना 2025 में जाति पर मोदी सरकार ने साधी चुप्पी, लेकिन बताना होगा संप्रदाय; जानें किस तैयारी में है मोदी सरकार
Census 2025: केंद्र सरकार ने जनगणना की तैयारी शुरू कर दी है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 2025 में जनगणना की शुरुआत होगी और 2026 में इसके आंकड़े आ जाएंगे। यह प्रक्रिया लगभग एक साल चलेगी। इस बार की जनगणना में सरकार की ओर से संप्रदाय भी पूछा जाएगा। अब तक जनगणना में धर्म और वर्ग ही पूछा जाता था, लेकिन इस बार संप्रदाय भी बताना होगा। जातिगत जनगणना की मांग कई विपक्षी दलों और एनडीए के सहयोगी दलों ने भी की है। इस पर सरकार ने अब तक कोई फैसला नहीं लिया है, लेकिन संप्रदाय पूछने पर सहमति बन गई है।
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October 29, 2024 at 6:19 AM Everybody can reply
इस बौद्ध गुरु को मछली से मिला यह अमूल्‍य ज्ञान

जापान में बौद्ध धर्म का एक संप्रदाय है, नाम है जेन। वहां इसके एक बड़े प्रसिद्ध गुरु हुए हैं लाओ- त्जु। एक बार लाओ- त्जु ने मछली पकड़ना सीखना चाहा। उन्होंने मछली पकड़ने के लिए एक छड़ी बनाई, और उसमें डोरी और हुक लगाया। फिर उन्होंने उसमें चारा बांधा, और…
इस बौद्ध गुरु को मछली से मिला यह अमूल्‍य ज्ञान
जापान में बौद्ध धर्म का एक संप्रदाय है, नाम है जेन। वहां इसके एक बड़े प्रसिद्ध गुरु हुए हैं लाओ- त्जु। एक बार लाओ- त्जु ने मछली पकड़ना सीखना चाहा। उन्होंने मछली पकड़ने के लिए एक छड़ी बनाई, और उसमें डोरी और हुक लगाया। फिर उन्होंने उसमें चारा बांधा, और उसे नदी में डाल किनारे पर मछली पकड़ने के लिए बैठ गए। कुछ समय बाद एक बड़ी मछली हुक में फंस गई।
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December 1, 2024 at 3:20 AM Everybody can reply
भगवान चक्रधर स्वामी की जयंती, राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने दी श्रद्धांजलि

मुंबई, 25 अगस्त (khabarwala24.com)। महानुभाव संप्रदाय के संस्थापक भगवान सर्वज्ञ श्री चक्रधर स्वामी की जयंती के अवसर पर सोमवार को श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किए गए। महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन और मुख्यमंत्री…
भगवान चक्रधर स्वामी की जयंती, राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने दी श्रद्धांजलि
मुंबई, 25 अगस्त (khabarwala24.com)। महानुभाव संप्रदाय के संस्थापक भगवान सर्वज्ञ श्री चक्रधर स्वामी की जयंती के अवसर पर सोमवार को श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किए गए। महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भगवान चक्रधर स्वामी को नमन किया। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने मुंबई राजभवन में भगवान चक्रधर स्वामी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव डॉ.
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August 25, 2025 at 8:13 AM Everybody can reply
तिलक के प्रकार (Types of Tilak)

विभिन्न समूह विभिन्न प्रकार के तिलकों का उपयोग करते हैं। यह इस पर निर्भर करता है कि वे क्या मानते हैं और किस धर्म से हैं। जो लोग भगवान कृष्ण का सम्मान करते हैं वे यह दिखाने के लिए अपने माथे पर तिलक लगाते हैं कि वे उनसे कितना प्यार करते हैं। वैष्णव संप्रदाय, जो भगवान…
तिलक के प्रकार (Types of Tilak)
विभिन्न समूह विभिन्न प्रकार के तिलकों का उपयोग करते हैं। यह इस पर निर्भर करता है कि वे क्या मानते हैं और किस धर्म से हैं। जो लोग भगवान कृष्ण का सम्मान करते हैं वे यह दिखाने के लिए अपने माथे पर तिलक लगाते हैं कि वे उनसे कितना प्यार करते हैं। वैष्णव संप्रदाय, जो भगवान कृष्ण की पूजा पर जोर देता है, ब्रह्म संप्रदाय, कुमार संप्रदाय, रुद्र संप्रदाय और श्री संप्रदाय में विभाजित है।❀ विष्णु तिलक
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November 14, 2024 at 7:04 PM Everybody can reply
CM Yogi: गोरक्ष पीठाधीश्वर के रूप में दिखेंगे सीएम योगी, आगरा में होने जा रही धर्मसभा…नाम रखा गया शंखढाल

सीएम योगी आगरा में होने वाली धर्मसभा में नाथ संप्रदाय के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोरक्षपीठाधीश्वर के रूप में दिखाई देंगे। Source link
CM Yogi: गोरक्ष पीठाधीश्वर के रूप में दिखेंगे सीएम योगी, आगरा में होने जा रही धर्मसभा…नाम रखा गया शंखढाल
सीएम योगी आगरा में होने वाली धर्मसभा में नाथ संप्रदाय के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोरक्षपीठाधीश्वर के रूप में दिखाई देंगे। Source link
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March 25, 2025 at 3:56 AM Everybody can reply
जीवन के असली चमत्कार हमारी दिनचर्या से जुड़ी ये बातें हैं

जेन बौद्ध धर्म का जापानी संप्रदाय है। इस संप्रदाय में बेन्केइ नाम के एक प्रसिद्ध जेन गुरु हुए हैं। बात तब की है, जब जेन गुरु बेन्केइ रयूमों के मंदिर में जेन संप्रदाय की शिक्षा दिया करते थे। जापान में बौद्ध धर्म के शिन्शु मत को मानने वाला एक…
जीवन के असली चमत्कार हमारी दिनचर्या से जुड़ी ये बातें हैं
जेन बौद्ध धर्म का जापानी संप्रदाय है। इस संप्रदाय में बेन्केइ नाम के एक प्रसिद्ध जेन गुरु हुए हैं। बात तब की है, जब जेन गुरु बेन्केइ रयूमों के मंदिर में जेन संप्रदाय की शिक्षा दिया करते थे। जापान में बौद्ध धर्म के शिन्शु मत को मानने वाला एक पंडित बेन्केइ के अनुयायियों की बड़ी संख्या होने के कारण उनसे जलता था। शिन्शु मत दसवीं सदी में शिनरन गुरु ने चलाया था। इस मत को मानने वाले बौद्ध मंत्रों का उच्चारण ऊंचे स्वर में किया करते थे। वह शिन्शु पंडित बेन्केइ से शास्त्रार्थ करके उन्हें नीचा दिखाना चाहता था।
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November 30, 2024 at 12:54 AM Everybody can reply
प्रयागराज
प्रबिसि नगर कीजे सब काजा
हृदय राखि कौसलपुर राजा
तीर्थराज की रेत
पर संतों की आकाशगंगा
कुंभ ही ऐसा आयोजन है
जिसमें जलधारा और जनधारा
का अनूठा मेल दिखता है
यहां गंगा, यमुना और सरस्वती का संगम है
तो देश व विदेश से अलग-अलग संप्रदाय
और धर्मों को मानने वाले लोगों का भी सदियों से आगमन होता आया है
🍁
January 13, 2025 at 4:16 PM Everybody can reply
Chhattisgarh Tourism Girodhpuri Dham: गिरौधपुरी धाम का ऐतिहासिक महत्व

Chhattisgarh Tourism Girodhpuri Dham(गिरौधपुरी धाम का इतिहास): छत्तीसगढ़, जो कई महान पुरुषों और संतों की जन्मभूमि के रूप में प्रसिद्ध है, निश्चित रूप से तीर्थयात्रियों का स्वर्ग है। इनमें सतनामी संप्रदाय के प्रचारक, परम पूजनीय…
Chhattisgarh Tourism Girodhpuri Dham: गिरौधपुरी धाम का ऐतिहासिक महत्व
Chhattisgarh Tourism Girodhpuri Dham(गिरौधपुरी धाम का इतिहास): छत्तीसगढ़, जो कई महान पुरुषों और संतों की जन्मभूमि के रूप में प्रसिद्ध है, निश्चित रूप से तीर्थयात्रियों का स्वर्ग है। इनमें सतनामी संप्रदाय के प्रचारक, परम पूजनीय बाबा गुरु घासीदास भी शामिल हैं। रायपुर जिले के गिरौधपुरी से आने वाले उन्होंने कई भारतीयों, विशेष रूप से छत्तीसगढ़ के लोगों को सतनाम का प्रचार किया।
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March 17, 2025 at 1:45 AM Everybody can reply
श्रवण कुमार की कथा सुनाकर भाव-विभोर कर रहे वासुदेव संप्रदाय के राम वासुदेव और साथी

गाडरवारा। वासुदेव वसुदेवा संप्रदाय से जुड़े कलाकार इन दिनों नगर गाडरवारा एवं आसपास के गांवों में घर-घर जाकर लोककथा प्रस्तुत कर रहे हैं। माता-पिता की सेवा, त्याग और श्रद्धा के प्रतीक श्रवण कुमार की कथा जब यह कलाकार…
श्रवण कुमार की कथा सुनाकर भाव-विभोर कर रहे वासुदेव संप्रदाय के राम वासुदेव और साथी
गाडरवारा। वासुदेव वसुदेवा संप्रदाय से जुड़े कलाकार इन दिनों नगर गाडरवारा एवं आसपास के गांवों में घर-घर जाकर लोककथा प्रस्तुत कर रहे हैं। माता-पिता की सेवा, त्याग और श्रद्धा के प्रतीक श्रवण कुमार की कथा जब यह कलाकार अपने स्वर और भाव से सुनाते हैं, तो श्रोताओं की आंखें नम हो जाती हैं। बैतूल जिले से आए राम वासुदेव, विष्णु वासुदेव, जालसाराम वासुदेव
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October 23, 2025 at 7:29 AM Everybody can reply
きょうの ひんでぃーご
संप्रदाय
サンプラダーエ

宗派 セクト
September 6, 2025 at 2:36 AM Everybody can reply
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जब सुख शांति के लिए गुरु अर्जुन देव ने बताए ये दो मंत्र

15 अप्रैल 1563 को पंजाब के गोइंदवाल में अर्जुन देव जी का जन्म हुआ था। ये सिखों के पांचवे गुरु माने जाते हैं। सिख संप्रदाय में धर्म के नाम पर शहीद होने वाले गुरुओं में ये पहले गुरु माने जाते हैं। गुरु अर्जुन देव जी अपने समय में इतने लोकप्रिय…
जब सुख शांति के लिए गुरु अर्जुन देव ने बताए ये दो मंत्र
15 अप्रैल 1563 को पंजाब के गोइंदवाल में अर्जुन देव जी का जन्म हुआ था। ये सिखों के पांचवे गुरु माने जाते हैं। सिख संप्रदाय में धर्म के नाम पर शहीद होने वाले गुरुओं में ये पहले गुरु माने जाते हैं। गुरु अर्जुन देव जी अपने समय में इतने लोकप्रिय हो गए थे कि मुगल बादशाह जहांगीर को इनका डर होने लगा था।
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December 1, 2024 at 8:50 AM Everybody can reply